December 23, 2024

NTA

NEET Paper Leak: NTA का सुप्रीम कोर्ट में बड़ा बयान, जानें क्या कहा

NEET Paper Leak: NTA का सुप्रीम कोर्ट में बड़ा बयान, जानें क्या कहा

नीट परीक्षा पर Parliament से सड़क तक हंगामा

नीट परीक्षा में पेपर लीक की खबर ने पूरे देश में तहलका मचा दिया। Parliament से लेकर सड़क तक इस मामले में हंगामा देखने को मिला। यहां तक कि यह मामला अदालत तक जा पहुंचा। अब इस मुद्दे पर National Testing Agency (NTA) ने सुप्रीम कोर्ट में अपना जवाब दाखिल कर दिया है।

NTA का दावा: नहीं हुआ कोई पेपर लीक

NTA ने अपने जवाब में स्पष्ट किया कि Patna और Hazaribagh मामलों में किसी भी ट्रंक में कोई प्रश्न पत्र गायब नहीं पाया गया। हर प्रश्न पत्र का एक अद्वितीय क्रमांक होता है और उसे एक विशेष उम्मीदवार को सौंपा जाता है।

 इसके अलावा, NTA ने बताया कि कोई भी ताला टूटा हुआ नहीं पाया गया और पर्यवेक्षकों की रिपोर्ट में भी कुछ भी प्रतिकूल नहीं पाया गया।

Telegram की Viral Video को बताया फर्जी

NTA ने Telegram पर लीक हुई परीक्षा पेपर की बात को भी खारिज किया है। NTA का कहना है कि 4 मई को Telegram पर लीक हुए पेपर की जो तस्वीर दिखाई गई थी, वह Edited थी। तस्वीर में 5 मई, 2024 का समय दिख रहा था, जिसे एडिट किया गया था ताकि लीक की गलत धारणा बनाई जा सके। 

Social Media पर भी कई टिप्पणियों और चर्चाओं ने इस बात की पुष्टि की कि Video में तस्वीरों को एडिट किया गया था।

61 उम्मीदवारों को 720 अंक मिलने पर NTA की सफाई

Screenshots और Video में किए गए दावों को NTA ने खारिज करते हुए कहा कि 61 उम्मीदवारों में से केवल 17 उम्मीदवारों को ही 720 अंक मिले थे। 44 उम्मीदवारों को Physics के एक Answer Key में संशोधन के कारण 720 अंक मिले।

 NCERT की पाठ्यपुस्तक के पुराने और नए संस्करणों में अंतर के कारण, विषय विशेषज्ञों ने माना कि इस प्रश्न के लिए एक विकल्प के स्थान पर दो विकल्प सही माने जा सकते हैं। इस कारण पहले 715 अंक पाने वाले 44 उम्मीदवारों को 720 अंक प्राप्त हुए।

Top Scorers के Distribution पर NTA का बयान

NTA ने Top 100 उम्मीदवारों के परिणाम का विश्लेषण किया और बताया कि वे देश के 18 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों के 56 शहरों में स्थित 95 केंद्रों पर फैले हुए हैं।

 यह विविध वितरण विभिन्न क्षेत्रों और शैक्षिक पृष्ठभूमि के छात्रों के बीच व्यापक भागीदारी और प्रतिस्पर्धी भावना को उजागर करता है।

संदिग्ध छात्रों पर नजर रखने की योजना

NTA ने कहा कि अनुचित साधनों का उपयोग करने वाले संदिग्ध छात्रों को अन्य छात्रों से अलग रखा जाएगा। भारत सरकार ने यह कार्य IIT Madras को सौंपा है, जिसने यह कार्य पूरा कर लिया है और इस संबंध में एक विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत की जा रही है। 

NEET की पवित्रता सुनिश्चित करने के लिए जो कदम उठाए जाएंगे, वह सात सदस्यीय समिति के समन्वय में किया जा रहा है, जिसमें विभिन्न विषयों/विशेषज्ञता के क्षेत्रों के विशेषज्ञ शामिल हैं।

परीक्षा के नए विकल्पों पर चर्चा

परीक्षा के संचालन के तरीकों में बदलाव के लिए विभिन्न विकल्पों पर विचार किया जा रहा है। इसमें Pen और Paper Mode (OMR आधारित) से Computer-Based Test (CBT) Mode में रूपांतरण शामिल है।

अन्य विकल्पों पर भी विचार किया जा रहा है ताकि परीक्षा की पवित्रता और अखंडता को सुनिश्चित किया जा सके।

81 उम्मीदवारों का Result रोका गया

NTA ने बताया कि कुल 153 Case गड़बड़ियों के सामने आए हैं। कमेटी की सिफारिश के आधार पर 81 उम्मीदवारों का Result रोका गया है और 54 उम्मीदवारों को 3 साल के लिए परीक्षा में बैठने के अयोग्य करार दिया गया है। 

लाभार्थियों की पहचान के लिए अपनाए जाने वाले तरीकों के संबंध में CBI द्वारा जांच चल रही है और NTA शहर समन्वयकों और अन्य परीक्षा अधिकारियों से आगे की जानकारी मांगकर पूछताछ करेगा और उचित कार्रवाई करेगा।

NEET परीक्षा की पवित्रता सुनिश्चित करने के उपाय

NEET परीक्षा की पवित्रता सुनिश्चित करने के लिए NTA ने कई कदम उठाए हैं। इनमें CCTV Coverage की लगातार निगरानी, पर्यवेक्षकों की तैनाती, और परीक्षा केंद्रों पर सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करना शामिल है। 

NTA ने स्पष्ट किया है कि किसी भी प्रकार की अनियमितता या कदाचार बर्दाश्त नहीं की जाएगी और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

इस प्रकार, NTA ने सुप्रीम कोर्ट में अपने जवाब में NEET पेपर लीक के आरोपों को पूरी तरह खारिज कर दिया है और परीक्षा की पवित्रता और अखंडता को बनाए रखने के लिए उठाए गए कदमों की जानकारी दी है।