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Gurugram Model Murder Mystery: प्रेम, प्रतिशोध और हत्या की सनसनीखेज कहानी
लव स्टोरी से शुरू, मर्डर पर खत्म
जनवरी 2, 2024, गुरुग्राम का होटल सिटी प्वाइंट उस वक्त सुर्खियों में आ गया जब वहां हुई मॉडल दिव्या पाहुजा की हत्या ने सबको चौंका दिया। यह मामला केवल एक साधारण मर्डर केस नहीं था, बल्कि यह कहानी गैंगस्टर और मॉडल की लव स्टोरी, सेक्स, ब्लैकमेलिंग और प्रतिशोध की जटिल धागों से बुनी हुई थी।
हत्या की रात
घटना की रात दिव्या पाहुजा को आखिरी बार अभिजीत नाम के एक व्यक्ति के साथ देखा गया था। पुलिस ने होटल के CCTV फुटेज की जांच की, जिसमें दो लोग दिव्या की लाश को होटल से बाहर ले जाते हुए दिखाई दिए। दिव्या का फोन स्विच ऑफ मिला और अभिजीत का कोई सुराग नहीं मिला। इसके बाद पुलिस ने होटल के कर्मचारियों से पूछताछ की, जिससे कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए।
शातिर अभिजीत का प्लान
जांच में पता चला कि दिव्या 1 जनवरी को अभिजीत को दिल्ली के साउथ एक्सटेंशन फेज वन में ढूंढते हुए पहुंची थी। वहां अभिजीत के दोस्त बलराज, रवि बंगा, प्रवेश, और मेधा भी मौजूद थे। अभिजीत ने दिव्या को अपने गुरुग्राम स्थित होटल सिटी प्वाइंट चलने के लिए राजी कर लिया।
होटल पहुंचने पर रूम नंबर 114 की चाबी नहीं मिली, तो उन्होंने रूम नंबर 111 में ठहरने का निर्णय लिया। बलराज को वापस भेजने के बाद अभिजीत और दिव्या के बीच पैसों को लेकर बहस हो गई। दिव्या ने 30 लाख रुपये की मांग की, जिससे अभिजीत का गुस्सा और बढ़ गया।
मर्डर का खुलासा
*अभिजीत का घिनौना चेहरा सामने आया जब उसने दिव्या की हत्या करने का फैसला किया।* दिव्या ने अभिजीत को धमकी दी थी कि वह अभिजीत समलैंगिक है इसका खुलासा कर देगी, इसके बाद अभिजीत के पास मौजूद देसी पिस्टल से उसने दिव्या के सिर में गोली मार दी, और वह वहीं मर गई।
लाश को ठिकाने लगाने की योजना
हत्या के बाद अभिजीत ने बलराज और रवि बंगा को बुलाया और लाश को ठिकाने लगाने की योजना बनाई। रात करीब 10:44 बजे, उन्होंने होटल के कुछ कर्मचारियों की मदद से दिव्या की लाश को ट्रंक में बंद करके अपनी BMW कार की डिग्गी में रखवा दिया। इसके बाद वे पंजाब की ओर रवाना हो गए।
नहर में मिली लाश
अभिजीत के दोस्तों ने दिव्या की लाश को संगरूर की भाखड़ा नहर में फेंक दिया। 13 जनवरी को पुलिस ने दिव्या की लाश बरामद की। पुलिस ने अभिजीत, बलराज गिल, रवि बंगा, मेधा, अभिजीत के PSO प्रवेश, और होटल के कर्मचारी हेमराज और ओम प्रकाश को गिरफ्तार कर लिया है। अब भी पुलिस नदीम नाम के एक शख्स की तलाश में है, जिसने अभिजीत को अवैध हथियार सप्लाई किया था।
ब्लैकमेलिंग का खेल
पुलिस के अनुसार, दिव्या की ब्लैकमेलिंग भी हत्या का एक मुख्य कारण थी। *दिव्या के पास अभिजीत की कुछ प्राइवेट तस्वीरें थीं, जिनके सार्वजनिक हो जाने पर अभिजीत की भारी बेइज्जती होती।* दिव्या ने उसे धमकी दी थी कि अगर उसने 30 लाख रुपये नहीं दिए, तो वह उसके परिवार और दोस्तों को सब कुछ बता देगी। इससे अभिजीत तनाव में रहने लगा और अंततः उसने हत्या कर दी।
गैंगस्टर की दुनिया में दिव्या की एंट्री
यह कहानी 2015 में शुरू होती है, जब दिव्या गुरुग्राम के गैंगस्टर संदीप गाडोली के संपर्क में आई। दिव्या तब मनीष खुराना को डेट कर रही थी, जो गाडोली का ही गुर्गा था। मनीष की बर्थडे पार्टी में गैंगस्टर संदीप गाडोली की नजर दिव्या पर पड़ी, और दोनों के बीच दोस्ती हो गई।
दिव्या की मां सोनिया पाहुजा गुरुग्राम के कुछ पुलिसवालों और बिंदर गुर्जर के खास मनोज गुर्जर के संपर्क में थीं। यही मनोज गुर्जर दो गैंगस्टरों के बीच की कड़ी बना।
गाडोली का एनकाउंटर
दिव्या ने गैंगस्टर संदीप गाडोली की हर मूवमेंट की जानकारी पुलिस को दी थी। 5 फरवरी 2016 को हरियाणा पुलिस ने गाडोली को मुंबई के एयरपोर्ट मेट्रो होटल में एनकाउंटर में मार गिराया। इस केस में हरियाणा पुलिस के साथ दिव्या और उसकी मां भी शामिल थीं।
अभिजीत से मुलाकात
गैंगस्टर बिंदर गुर्जर के माध्यम से ही दिव्या की मुलाकात अभिजीत से हुई। धीरे-धीरे दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ीं, लेकिन दिव्या ने अभिजीत को भी ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया। इसी के चलते अभिजीत ने दिव्या की हत्या कर दी।
पुलिस की जांच और आगे की कहानी
पुलिस अब भी इस केस के हर पहलू की गहराई से जांच कर रही है। नदीम की गिरफ्तारी के बाद और भी कई रहस्यों का खुलासा हो सकता है। यह केस आज भी कई सवालों के घेरे में है, और हर कोई जानना चाहता है कि आखिर इस मर्डर मिस्ट्री की अंतिम गुत्थी कब सुलझेगी।
इस कहानी में हर वो तड़का है जो एक क्राइम थ्रिलर को और भी रोमांचक बना सकता है। Gurugram Model Murder Case ने सभी को चौंका दिया है और यह साबित कर दिया है कि सच में जिंदगी में फिल्मों से भी ज्यादा ड्रामा होता है।