December 23, 2024

Tihar Jail

सुप्रीम कोर्ट से सीएम केजरीवाल को बड़ी राहत, लेकिन फिर भी जेल से नहीं मिलेगी रिहाई

सुप्रीम कोर्ट से सीएम केजरीवाल को बड़ी राहत, लेकिन फिर भी जेल से नहीं मिलेगी रिहाई

ईडी के घेरे में दिल्ली के मुख्यमंत्री, अंतरिम जमानत के बाद भी जेल से बाहर नहीं आ पाएंगे

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को सुप्रीम कोर्ट से बड़ी राहत मिली है, लेकिन उनकी मुश्किलें खत्म होने का नाम नहीं ले रही हैं। कोर्ट ने अरविंद केजरीवाल को अंतरिम जमानत दे दी है, लेकिन उन्हें अभी भी जेल में रहना होगा। 

कोर्ट ने कहा है कि बड़ी बेंच की सुनवाई होने तक केजरीवाल को अंतरिम जमानत दी जा रही है। सुनवाई के दौरान कोर्ट ने चुनावी फंडिंग को लेकर सवाल उठाए और कहा कि सिर्फ पूछताछ के आधार पर गिरफ्तारी नहीं हो सकती। इस मामले में अब CJI को तीन जजों की बेंच का गठन करने के लिए भेजा गया है।

हालांकि, कोर्ट से अंतरिम जमानत मिलने के बावजूद सीएम केजरीवाल अभी जेल में ही रहेंगे। ऐसा इसलिए क्योंकि CBI ने उन्हें एक अलग मामले में भी गिरफ्तार कर रखा है। लिहाजा, वह दूसरे मामले में अभी जेल में ही रहेंगे। आपको बता दें कि जिस मामले में केजरीवाल को अंतरिम जमानत मिली है, उस मामले की जांच Enforcement Directorate (ED) कर रही थी।

दिल्ली कथित शराब घोटाला: क्या है पूरा मामला?

दिल्ली के कथित शराब घोटाला मामले में Enforcement Directorate (ED) ने हाल ही में charge sheet दाखिल की थी। इस charge sheet में 38 लोगों को आरोपी बनाया गया था, जिसमें सीएम अरविंद केजरीवाल का नाम भी शामिल है। ED की charge sheet में केजरीवाल को आरोपी नंबर 37 और आम आदमी पार्टी (AAP) को आरोपी नंबर 38 बनाया गया है। charge sheet में केजरीवाल को किंगपिन बताया गया है और कहा गया है कि उन्हें गोवा चुनाव रिश्वत के पैसे के इस्तेमाल की जानकारी थी और वह इसमें शामिल थे।

WhatsApp चैट ने खोले राज़

ईडी की charge sheet में अरविंद केजरीवाल और आरोपी विनोद चौहान के बीच WhatsApp चैट का डिटेल दिया गया है। अरविंद केजरीवाल पर आरोप है कि के कविता के पीए ने विनोद के जरिए 25.5 करोड़ रुपए गोवा चुनाव के लिए आम आदमी पार्टी को पहुंचाए थे। चैट से यह स्पष्ट है कि विनोद चौहान के अरविंद केजरीवाल के साथ अच्छे रिश्ते थे। इन चैट्स के आधार पर ईडी ने केजरीवाल के खिलाफ सबूत जुटाए हैं।

सीएम केजरीवाल का पक्ष

अरविंद केजरीवाल ने इन आरोपों को सिरे से खारिज किया है और इसे political conspiracy करार दिया है। उन्होंने कहा कि उनके खिलाफ कोई ठोस सबूत नहीं है और उन्हें जानबूझकर फंसाया जा रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि उनकी पार्टी transparency और honesty के लिए जानी जाती है और वह किसी भी तरह की corruption में शामिल नहीं हो सकते।

राजनीतिक प्रतिक्रिया

इस मामले को लेकर political गलियारों में भी खलबली मची हुई है। आम आदमी पार्टी (AAP) ने इस मामले को लेकर BJP पर निशाना साधा है और कहा है कि यह उनके नेताओं को बदनाम करने की साजिश है। वहीं, BJP ने इसे एक गंभीर मामला बताया है और कहा है कि जांच में सच्चाई सामने आएगी।

भविष्य की राह

Supreme Court से मिली अंतरिम जमानत के बाद भी सीएम केजरीवाल की मुश्किलें कम नहीं हुई हैं। अभी भी उन्हें दूसरे मामले में जेल में रहना होगा। इसके साथ ही ED की जांच जारी है और बड़ी बेंच की सुनवाई का इंतजार है। ऐसे में आने वाले समय में यह देखना दिलचस्प होगा कि इस मामले में आगे क्या होता है और क्या केजरीवाल इन आरोपों से बरी हो पाएंगे या नहीं।

निष्कर्ष

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को Supreme Court से अंतरिम जमानत मिलने के बाद भी राहत नहीं मिल सकी है। वह अभी भी दूसरे मामले में जेल में ही रहेंगे। ED की charge sheet और WhatsApp चैट ने उनकी मुश्किलें और बढ़ा दी हैं। political गलियारों में भी इस मामले को लेकर चर्चाएं तेज हैं। अब सभी की निगाहें बड़ी बेंच की सुनवाई पर टिकी हैं, जिसमें इस मामले की सच्चाई सामने आ सकेगी।