विवाह के बंधन से परेशान पति ने उठाया ऐसा कदम, जो आपको हैरान कर देगा!

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विवाह के बंधन से परेशान पति ने उठाया ऐसा कदम, जो आपको हैरान कर देगा!

पति-पत्नी के रिश्ते में खटास का कारण क्या है?

भारत में पति-पत्नी का रिश्ता सात जन्मों का माना जाता है, जिसमें दोनों एक-दूसरे का साथ देने का वचन लेते हैं। लेकिन क्या हो, जब इस रिश्ते में कड़वाहट आ जाए? बेंगलुरु के एक टेक्नीशियन, विपिन गुप्ता, ने इसी कड़वाहट से तंग आकर ऐसा कदम उठाया, जो सबको चौंका देने वाला था। उनकी पत्नी से इस कदर परेशान थे कि उन्होंने बेंगलुरु को छोड़कर नोएडा भागने का फैसला कर लिया। उनका कहना था कि वे जेल में रह लेंगे, लेकिन अपनी पत्नी के साथ नहीं रहना चाहते।

क्या हुआ था 4 अगस्त को?

4 अगस्त का दिन विपिन और उनके परिवार के लिए एक सामान्य दिन की तरह ही शुरू हुआ था, लेकिन शाम होते-होते यह दिन एक बड़ी घटना में बदल गया। विपिन अचानक घर से गायब हो गए। उनकी पत्नी को जब उनके अचानक गायब होने की जानकारी मिली, तो वह चिंतित हो गईं और उन्होंने पुलिस से संपर्क किया। उनकी पत्नी का आरोप था कि पुलिस विपिन को ढूंढने के लिए पर्याप्त प्रयास नहीं कर रही है। इससे पहले कि कोई ठोस कदम उठाया जा सके, यह खबर वायरल हो गई कि विपिन का अपहरण हो गया है।

पुलिस की तलाश और सोशल मीडिया पर हड़कंप

विपिन की गुमशुदगी के बाद, पुलिस ने उनकी तलाश में जी-जान लगा दी। उन्होंने शहर के बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन, और हवाई अड्डों के CCTV फुटेज की जांच की, लेकिन कोई ठोस सुराग नहीं मिला। विपिन ने अपने फोन को भी बंद कर दिया था, जिससे उनकी खोज और भी मुश्किल हो गई थी। उनकी पत्नी ने सोशल मीडिया पर भी पोस्ट कर पुलिस पर आरोप लगाए, जिससे मामला और गंभीर हो गया। Social media पर इस घटना की चर्चा तेज हो गई, और लोग अलग-अलग राय देने लगे।

नोएडा में मिली विपिन की लोकेशन

जांच में कोई ठोस सुराग न मिलने के बावजूद, पुलिस ने हार नहीं मानी। आखिरकार, उन्हें नोएडा में खरीदे गए एक नए सिम कार्ड के जरिए विपिन की लोकेशन ट्रेस करने में सफलता मिली। नोएडा के एक मॉल के पास उनकी लोकेशन मिलने पर पुलिस तुरंत वहां पहुंची। वहां उन्होंने पाया कि विपिन मॉल में फिल्म देखकर बाहर निकले थे। यह खबर पुलिस के लिए एक राहत की तरह थी।

विपिन की वापसी और पुलिस की सलाह

जब पुलिस ने विपिन को पकड़कर उनसे सवाल किए, तो उन्होंने कहा कि वे वापस बेंगलुरु नहीं जाना चाहते। उनका कहना था कि वे अपनी पत्नी से इतने परेशान हैं कि जेल में रहना ज्यादा पसंद करेंगे। पुलिस ने उन्हें समझाया कि उनकी पत्नी द्वारा दर्ज की गई गुमशुदगी की शिकायत तभी बंद हो सकती है, जब वे खुद बेंगलुरु में मौजूद होंगे। काफी समझाने के बाद विपिन मान गए और बेंगलुरु वापस लौटने को तैयार हो गए।

पत्नी से परेशान होकर बेंगलुरु छोड़ने का फैसला

विपिन ने पुलिस को बताया कि उनकी पत्नी उन्हें काफी परेशान करती हैं। यह उनकी दूसरी शादी है, और उनकी पत्नी पहली शादी से एक 12 साल की बेटी की मां हैं। विपिन की शादी के बाद, उनकी पत्नी से उनकी एक 8 महीने की बेटी भी है। विपिन का कहना है कि वे अपनी पत्नी के दबाव और परेशानियों से तंग आ चुके हैं और इसी कारण उन्होंने बेंगलुरु छोड़ने का निर्णय लिया था।

यह घटना क्या बताती है?

इस घटना ने न सिर्फ विपिन के जीवन में हलचल मचाई, बल्कि समाज में भी एक बहस को जन्म दिया। पति-पत्नी के रिश्तों में बढ़ती खटास और आपसी विश्वास की कमी ने लोगों को यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि क्या वास्तव में हमारा समाज इन रिश्तों को समझ पाता है। इस मामले में विपिन के द्वारा उठाया गया कदम चाहे जिस कारण से हो, लेकिन यह साफ है कि रिश्तों में अगर सम्मान और विश्वास न हो, तो ऐसे रिश्तों का भविष्य संदेहास्पद हो जाता है।

समाज को क्या सीख मिलती है?

विपिन गुप्ता की कहानी हमें यह सिखाती है कि रिश्तों में संवाद और पारदर्शिता का होना बेहद जरूरी है। अगर किसी भी रिश्ते में समस्याएं आती हैं, तो उसे भागने या किसी कठोर कदम उठाने के बजाय बातचीत से सुलझाने की कोशिश करनी चाहिए। समाज को भी चाहिए कि वे ऐसे मामलों में सही सलाह और सहायता प्रदान करें, ताकि कोई भी व्यक्ति गलत निर्णय लेने के लिए मजबूर न हो।

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