December 23, 2024

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बॉलीवुड के निर्देशक राकेश रोशन जिनकी मन्नत ने बदला उनका जीवन और लुक:

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बॉलीवुड के निर्देशक राकेश रोशन जिनकी मन्नत ने बदला उनका जीवन और लुक!

बॉलीवुड में बहुत से सितारे आए और गए, लेकिन कुछ ने अपने अभिनय और निर्देशन से अमिट छाप छोड़ी है। राकेश रोशन ऐसे ही एक महान व्यक्तित्व हैं, जिन्होंने न केवल अपनी एक्टिंग से बल्कि अपने डायरेक्शन से भी दर्शकों का दिल जीत लिया। उनका करियर, उनकी मन्नत और उनका आईकॉनिक लुक आज भी चर्चा का विषय बना हुआ है।

राकेश रोशन का प्रारंभिक जीवन और करियर

राकेश रोशन का जन्म 6 सितंबर 1949 को मुंबई में हुआ था। बॉलीवुड में उनके पिता, रोशन लाल नागरथ, एक प्रसिद्ध संगीतकार थे, जिन्होंने हिंदी सिनेमा को कई हिट गाने दिए। राकेश रोशन ने अपने करियर की शुरुआत 1970 के दशक में बतौर अभिनेता की थी और कई फिल्में कीं, जो बॉक्स ऑफिस पर सफल रहीं।

खुदगर्ज: निर्देशन की ओर पहला कदम

1987 में, राकेश रोशन ने अपने करियर को एक नया मोड़ दिया।बॉलीवुड में उन्होंने निर्देशन में कदम रखा और फिल्म ‘खुदगर्ज’ बनाई। इस फिल्म में शक्ति कपूर, गोविंदा, और कादर खान जैसे प्रमुख कलाकार थे। फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर धमाल मचाया और राकेश रोशन को बतौर निर्देशक स्थापित कर दिया। लेकिन इस सफलता के पीछे एक दिलचस्प कहानी छिपी थी।

तिरुपति मंदिर की मन्नत और सिर मुंडवाना

फिल्म ‘खुदगर्ज’ की सफलता के लिए राकेश रोशन ने तिरुपति मंदिर में मन्नत मांगी थी। उन्होंने प्रार्थना की थी कि अगर फिल्म हिट होती है, तो वे अपना सिर मुंडवाएंगे। जब फिल्म सफल हुई, तो उन्होंने अपनी मन्नत पूरी की और सिर मुंडवा लिया।बॉलीवुड में उनके इस कदम ने उन्हें और भी चर्चित बना दिया।

खून भरी मांग: निर्देशन और एक्टिंग का मेल

‘खुदगर्ज’ की सफलता के बाद, राकेश रोशन ने 1988 में ‘खून भरी मांग’ का निर्देशन किया। इस फिल्म में उन्होंने पहले शत्रुघ्न सिन्हा और जितेंद्र को कास्ट करने की योजना बनाई थी, लेकिन बात नहीं बनी। अंततः, उन्होंने जितेंद्र की जगह खुद ही फिल्म में मुख्य भूमिका निभाई।

उनकी पत्नी ने उन्हें याद दिलाया कि उन्होंने तिरुपति मंदिर में जो मन्नत मांगी थी, वह पूरी हो चुकी है और उन्हें अपना सिर मुंडवाना चाहिए। इस प्रकार, राकेश रोशन ने सिर मुंडवाकर फिल्म में काम किया।बॉलीवुड में यह फिल्म भी सुपरहिट साबित हुई और दर्शकों ने उनके लुक को खूब सराहा।

सिर मुंडवाना: एक आईकॉनिक लुक

सिर मुंडवाने के बाद, राकेश रोशन ने कभी अपने बाल वापस नहीं उगाए। उनका यह लुक इतना आईकॉनिक बन गया कि आज तक वे उसी लुक में नजर आते हैं। यह लुक न केवल उनकी पहचान बन गया, बल्कि बॉलीवुड में उनकी फिल्मों के प्रमोशन में भी सहायक सिद्ध हुआ।

फिल्मी सफर की प्रमुख हिट फिल्में

1987 में ‘खुदगर्ज’ और 1988 में ‘खून भरी मांग’ के बाद, राकेश रोशन ने 1989 में ‘काला बाजार’ और 1990 में ‘कृष्ण कन्हैया’ जैसी हिट फिल्में दीं। उनके निर्देशन का सफर यहीं नहीं रुका। 2000 में आई उनकी फिल्म ‘कहो ना प्यार है’ ने बॉक्स ऑफिस पर तहलका मचा दिया। यह फिल्म न केवल सुपरहिट साबित हुई, बल्कि उनके बेटे ऋतिक रोशन के करियर को भी एक नई दिशा दी।

कहो ना प्यार है: एक ऐतिहासिक सफलता

‘कहो ना प्यार है’ राकेश रोशन की सबसे बड़ी हिट फिल्मों में से एक है। इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर नए रिकॉर्ड बनाए और ऋतिक रोशन को एक सुपरस्टार बना दिया। फिल्म की कहानी, संगीत और निर्देशन ने दर्शकों का दिल जीत लिया।

राकेश रोशन: निर्देशन के नायक

राकेश रोशन का निर्देशन करियर विभिन्न हिट फिल्मों से भरा पड़ा है। ‘कोई… मिल गया’ और ‘कृष’ जैसी फिल्मों ने न केवल बॉक्स ऑफिस पर सफलता पाई, बल्कि उन्हें एक उत्कृष्ट निर्देशक के रूप में स्थापित किया।बॉलीवुड में इन फिल्मों में उनके बेटे ऋतिक रोशन ने मुख्य भूमिका निभाई और दोनों की जोड़ी ने सफलता के नए आयाम छुए।

राकेश रोशन का व्यक्तित्व और प्रभाव

राकेश रोशन का शांत और स्थिर व्यक्तित्व उनके काम में झलकता है। उन्होंने हमेशा अपने परिवार और करियर के बीच संतुलन बनाए रखा है। उनके निर्देशन की शैली में एक विशेष प्रकार की गहराई और भावनात्मकता होती है, जो दर्शकों को अपनी ओर खींचती है। उनके द्वारा निर्देशित फिल्मों में परिवार, दोस्ती, और मानवीय मूल्यों को प्रमुखता से दर्शाया गया है।

भविष्य की योजनाएं और योगदान

राकेश रोशन अभी भी सक्रिय रूप से फिल्मों में योगदान दे रहे हैं। बॉलीवुड में उनकी भविष्य की योजनाओं में नई और रोचक कहानियों को पर्दे पर लाना शामिल है। उनके निर्देशन में आने वाली फिल्मों का दर्शकों को बेसब्री से इंतजार रहता है।

निष्कर्ष

राकेश रोशन ने अपने करियर में जिस प्रकार से एक्टिंग और निर्देशन दोनों में सफलताएं हासिल की हैं, वह काबिल-ए-तारीफ है। तिरुपति मंदिर की मन्नत और सिर मुंडवाने के बाद उनके लुक ने जो पहचान बनाई, वह भी बेहद खास है। उन्होंने बॉलीवुड को कई यादगार फिल्में दी हैं और उनके निर्देशन की प्रतिभा ने उन्हें बॉलीवुड  इंडस्ट्री में एक विशिष्ट स्थान दिलाया है। राकेश रोशन आज भी नए कलाकारों और निर्देशकों के लिए प्रेरणास्त्रोत बने हुए हैं।