बेटे ने किया खौफनाक कांड: मां की हत्या कर Insta पर मांगी माफी!
गुजरात के राजकोट से आई ये खबर दिल दहला देने वाली है। मां और बेटे के रिश्ते को तार-तार कर देने वाली इस घटना ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी है। रिश्तों की इस खौफनाक दास्तान को जानकर आपके होश उड़ जाएंगे। गुरुवार को राजकोट के यूनिवर्सिटी रोड पर स्थित सरकारी क्वार्टर में बेटे ने अपनी ही माँ की बेरहमी से हत्या कर दी। इस घटना की जानकारी जिसने भी सुनी, वो सन्न रह गया। मां-बेटे के अटूट रिश्ते की हत्या से सभी स्तब्ध हैं।
बेटे ने उठाया ऐसा कदम, जानकर उड़ जाएंगे होश
राजकोट में एक ऐसा मामला सामने आया है जिसमें बेटे ने अपनी ही मां को मौत के घाट उतार दिया। आरोपी निलेश गोसाई ने अपनी मां ज्योतिबेन गोसाई की गला दबाकर हत्या कर दी। इस खौफनाक वारदात को अंजाम देने के बाद निलेश ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर मां के साथ की एक तस्वीर शेयर की और उसमें लिखा, *”Sorry mom I kill you, I miss you, Om shanti.”* इस घटना के बाद निलेश को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। लेकिन सवाल ये है कि आखिर बेटे ने ऐसा खौफनाक कदम क्यों उठाया?
मानसिक बीमारी बनी हत्याकांड की वजह
पुलिस की जांच में सामने आया है कि ज्योतिबेन कई सालों से मानसिक बीमारी से पीड़ित थीं। उनके और बेटे निलेश के बीच अक्सर झगड़े होते थे। गुरुवार को भी ऐसा ही हुआ, जब निलेश ने पहले छुरी से माँ पर वार किया, लेकिन माँ ने छुरी छीन ली, जिससे वो बच गईं। इसके बाद निलेश ने ब्लैंकेट से उनका गला और मुँह दबाकर उनकी जान ले ली।
बेटे ने इंस्टाग्राम पर दी थी हत्या की सूचना
इस खौफनाक वारदात के बाद निलेश ने अपने मित्र भारत को घटना की जानकारी दी। भारत ने तुरंत पुलिस को सूचित किया। राजकोट वेस्ट ज़ोन की एसीपी राधिका भारद्वाज के अनुसार, पुलिस को 48 वर्षीय ज्योतिबेन गोसाई की लाश उनके घर से बरामद हुई। पूछताछ में निलेश ने हत्या करने की बात कबूल की। उसने अपने इंस्टाग्राम पर भी एक पोस्ट किया था, जिसमें लिखा था, *”I’m kill my mom, loss my life, sorry mom, om shanti, Miss you mom.”* पुलिस ने निलेश को गिरफ्तार कर लिया है और उससे आगे की पूछताछ जारी है।
तलाक के बाद माँ-बेटे की जिंदगी में उभरे संकट
ज्योतिबेन और उनके पति का 20 साल पहले तलाक हो गया था। इसके बाद ज्योतिबेन अपने बेटे निलेश के साथ रहने लगीं। परिवार के अन्य सदस्यों से उनका कोई संपर्क नहीं था। ज्योतिबेन की मानसिक स्थिति पिछले कई सालों से बिगड़ी हुई थी और उनका इलाज चल रहा था। लेकिन पिछले एक महीने से उन्होंने दवाएं लेना बंद कर दिया था, जिससे उनकी हालत और बिगड़ गई थी।
लाश लेने से परिवार का इनकार, पुलिस बनी फरियादी
इस घटना में सबसे दर्दनाक पहलू यह है कि ज्योतिबेन के तलाकशुदा पति और उनके अन्य बच्चों ने लाश को स्वीकार करने से इनकार कर दिया। उन्होंने पुलिस से साफ कह दिया कि उनका ज्योतिबेन से कोई लेना-देना नहीं है और वो उनके फरियादी भी नहीं बनेंगे। ऐसे में पुलिस ने खुद फरियादी बनकर मामला दर्ज किया और ज्योतिबेन का अंतिम संस्कार करवाया।
रिश्तों का कत्ल: आखिर कौन है जिम्मेदार?
इस घटना ने एक बार फिर सवाल खड़े कर दिए हैं कि आखिर मानसिक बीमारियों का शिकार हो रहे लोग और उनके परिवार के सदस्य किस हद तक प्रभावित हो रहे हैं। रिश्तों का यह कत्ल समाज के लिए एक चेतावनी है। इस खौफनाक घटना ने सभी को यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि क्या हम वाकई में मानसिक बीमारियों को गंभीरता से ले रहे हैं? और अगर नहीं, तो आने वाले समय में ऐसी घटनाएं और भी बढ़ सकती हैं।
इस घटना से यह स्पष्ट होता है कि मानसिक स्वास्थ्य को नजरअंदाज करना कितना घातक हो सकता है। ये खौफनाक वारदात सिर्फ एक मां की हत्या नहीं है, बल्कि एक ऐसे रिश्ते का कत्ल है जो दुनिया में सबसे पवित्र माना जाता है।