December 23, 2024

साइको किलर

बरेली में पकड़ा गया साइको किलर: महिलाओं के लिए बना था ‘मौत का शिकारी’

बरेली में पकड़ा गया साइको किलर: महिलाओं के लिए बना था ‘मौत का शिकारी’

महिलाओं से रिलेशन की मांग, इंकार पर बन जाता ‘मौत का फरिश्ता’!

उत्तर प्रदेश के बरेली में पुलिस ने आखिरकार उस साइको किलर को गिरफ्तार कर लिया है, जिसने इलाके में खौफ का माहौल पैदा कर रखा था। आरोपी की पहचान कुलदीप गंगवार के रूप में हुई है, जिसने पिछले 14 महीनों में 9 महिलाओं की हत्या की। इन हत्याओं के पैटर्न में एक अजीब समानता थी – सभी महिलाओं का गला साड़ी से घोंटा गया था। इस डरावने सिलसिले ने पूरे बरेली को दहला दिया था, खासकर जब लाशें खेतों और झाड़ियों में मिलीं।

*मासूमों के लिए बना ‘खूनी खेल’ का खिलाड़ी*

कुलदीप, उम्र करीब 40 वर्ष, महिलाओं के लिए मौत का शिकारी बन चुका था। बरेली के SSP अनुराग आर्य ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में खुलासा किया कि कुलदीप महिलाओं से रिलेशन बनाने की मांग करता था। इंकार करने पर, वह उन्हें बेरहमी से मार डालता था। अपने खतरनाक इरादों को पूरा करने के लिए वह साड़ी का इस्तेमाल करता था, जो उसे आसानी से हत्या का औजार बना देता था। पुलिस के अनुसार, कुलदीप ने 6 हत्याओं की बात स्वीकार की है, जबकि बाकी की जांच अभी जारी है।

*सीरियल किलर की मिस्ट्री: एक जैसा पैटर्न, एक जैसे मर्डर*

शाही और शीशगढ़ इलाके में पिछले 14 महीनों के दौरान 45 से 55 साल की महिलाओं को निशाना बनाया गया। महिलाओं की हत्या की यह लहर उस वक्त शुरू हुई जब पुलिस ने एक ही पैटर्न वाली हत्याओं का नोटिस लिया। इसने पुलिस को सीरियल किलिंग की ओर इशारा किया और जांच शुरू कर दी गई।

*’ऑपरेशन तलाश’: साइको किलर के पीछे पुलिस की ‘मिशन इंपॉसिबल’*

पुलिस ने महिलाओं की हत्याओं के रहस्य को सुलझाने के लिए ‘ऑपरेशन तलाश’ नामक एक विशेष ऑपरेशन शुरू किया। इस ऑपरेशन के तहत 22 टीमें बनाई गईं और 25 किलोमीटर के एरिया में 1500 CCTV फुटेज खंगाले गए। 600 नए CCTV कैमरे लगाए गए, और महाराष्ट्र में सीरियल किलर की एक स्टडी की गई। पुलिस ने डेढ़ लाख मोबाइल नंबरों का डेटा इकट्ठा किया और बॉडी बॉर्न कैमरे तथा खुफिया कैमरों का इस्तेमाल किया।

*क्लिनिकल साइकोलॉजी की मदद: साइको किलर के पैटर्न का पता लगाने में कारगर*

पुलिस ने मर्डर पैटर्न को समझने के लिए क्लिनिकल साइकोलॉजी के एक्सपर्ट की सलाह ली। एक्सपर्ट्स ने बताया कि शाही पुलिस स्टेशन का क्षेत्र साइको किलर का सेंटर पॉइंट था। इसी आधार पर पुलिस ने अपनी जांच को आगे बढ़ाया।

*महिलाओं को लेकर कुलदीप की कुंठा: एक मनोवैज्ञानिक पहलू*

पुलिस की जांच में सामने आया कि कुलदीप गंगवार नवाबगंज थाना क्षेत्र के गांव बाकरगंज समुआ का रहने वाला है। उसकी शादीशुदा जिंदगी में भी समस्याएं थीं, जिसकी वजह से उसकी पत्नी उसे छोड़कर चली गई थी। इस घटना के बाद कुलदीप को महिलाओं के प्रति घृणा और कुंठा हो गई थी। उसने अपनी इस कुंठा को महिलाओं के खिलाफ हिंसा में बदल दिया।

*कुलदीप की गिरफ्तारी: साइको किलर को ढूंढने का खेल खत्म*

पुलिस ने आरोपी को पकड़ने के लिए 3 दिन पहले संदिग्धों के स्केच जारी किए थे। इनमें से एक स्केच कुलदीप का था। पुलिस को मुखबिर की सूचना पर कुलदीप को गिरफ्तार करने में सफलता मिली। गिरफ्तार होने के बाद कुलदीप ने हत्याओं का खुलासा किया, जिससे पुलिस और स्थानीय लोगों ने राहत की सांस ली।

*बरेली में महिलाओं की सुरक्षा: एक गंभीर चुनौती*

इस केस ने बरेली में महिलाओं की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। पुलिस अब स्थानीय महिलाओं की सुरक्षा के लिए नए उपायों पर विचार कर रही है। इसके साथ ही, समाज को भी जागरूक होने और अपनी सुरक्षा के लिए सतर्क रहने की आवश्यकता है।

*समाज को संदेश: महिलाओं की सुरक्षा हमारी प्राथमिकता*

इस घटना ने समाज को यह संदेश दिया है कि महिलाओं की सुरक्षा सबसे पहले होनी चाहिए। पुलिस और प्रशासन को इस दिशा में और सख्त कदम उठाने चाहिए ताकि ऐसे मामलों को रोका जा सके। समाज को भी यह समझने की जरूरत है कि महिलाओं की सुरक्षा केवल सरकार की जिम्मेदारी नहीं है, बल्कि हर नागरिक का फर्ज है।

इस घटना ने बरेली और पूरे देश को हिला कर रख दिया है, और यह घटना हमें यह याद दिलाती है कि समाज में महिलाओं की सुरक्षा और सम्मान को सुनिश्चित करना कितना महत्वपूर्ण है।